विज्ञान के विद्यार्थी भी कर सकते हैं व्यापार
ऐश्वर्या संस्थान में उद्यमिता जागरूकता शिविर
उदयपुर. आज विज्ञान व तकनीक का तेजी से विकास कर रहे हैं। नए-नए प्रयोगोें और नवाचारों से विज्ञान का क्षेत्र पहले से कहीं अधिक व्यापक हो गया है। व्यावसायिक क्षेत्र में भी तकनीक का प्रयोग बढ़ रहा है। एक अच्छा उद्यमी बनने के लिए तकनीकी का ज्ञान होना ज़रूरी है। वर्तमान में विज्ञान का क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है। इसके कारण अब विज्ञान के विद्यार्थी भी सफलता पूर्वक व्यापार कर सकते हैं। ऐश्वर्या काॅलेज आॅफ एजुकेषन, संस्थान उदयपुर के विज्ञान संकाय में आयोजित तीन दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर में यह बात मुख्य वक्ता प्रसिद्ध व्यवसायी प्रशांत वाजपेयी ने कही।
ऐश्वर्या संस्थान के ग्रुप निदेशक और कार्यक्रम समन्वयक प्रो. एएन. माथुर भी ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए। मुख्य-वक्ता श्री प्रशान्त वाजपेयी ने बताया कि तकनीक के साथ सामंजस्य बिठा कर सफल व्यवसाय किया जा सकता है। व्यापार में सिर्फ अधिक पंूजी के निवेश को सफलता नहीं माना जा सकता है। सफल व्यवसाय करने के लिए क्वालिटी प्लाॅन और आइडिया होना चाहिए। सफल उद्यमी बनने के लिए चुनौती स्वीकार करने की क्षमता होना भी अनिवार्य है। शिविर में वक्ताओं ने बताया कि अपने पैशन को व्यापार मे बदलें। गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार करें, जिससे बाजार में साख स्थापित हो सके। वक्ताओं ने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास के साथ अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
जहां चुनौतियां नहीं वहां सफलता भी नहींः डाॅ रीना
काॅलेज की प्राचार्या डाॅ. रीना शर्मा ने कहा कि बाजार और मांग को ध्यान में रख कर शुरू किया गया व्यापार सफल होता है। जहां चुनौतियां नहीं, वहां सफलता नहीं होती है। जरूरी नहीं कि कोई भी व्यवसाय बहुत बड़े स्तर पर ही प्रारम्भ किया जाए, आप छोटे स्तर पर भी अपना उद्यम शुरू कर सकते हैं। प्रोफेसर एएन माथुर ने कहा कि किसी भी संगठन में हमारा तभी महत्व है, जब हम उस संगठन के लिए उपयोगी हों। उस संस्थान के लाभ को बढाने में हमारा योगदान ही हमें एक अच्छा कार्मिक बनाता है। समय की आवश्यकता के अनुसार यदि किसी वस्तु में बदलाव होते रहे, तो वह वस्तु बाजार में अपनी जगह बनाए रखती है। किसी भी वस्तु की ब्रांड वैल्यू उसकी उपयोगिता में वृद्धि करते रहने से ही रहती है। डाॅ. शीला भट्ृट ने भी व्यापार में सफलता प्राप्त करने के टिप्स दिए।
विद्यार्थियों ने पाॅवर पाॅइन्ट प्रजेन्टेशन के अन्तर्गत अपने अपने प्रोजेक्ट को समझाया। विद्यार्थियों ने जैविक कृषि, कचरा प्रबन्धन, वैश्विक तापमान आदि .पर अपने प्रोजेक्ट्स बनाए। गजराज, लखन कंसारा, कमलेश शर्मा, परमेश्वर, केहित सेवक आदि विद्यार्थियों ने प्रोजेक्ट तैयार किए। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. कविता ने किया। इस दौरान संस्थान के विज्ञान विभाग के स्टाफ सदस्य, सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कुसुम शर्मा ने अतिथियों का आभार जताया।