ऐश्वर्या संस्थान में भव्यता के साथ हुआ ‘‘ऐश्वर्या बालिका सम्मान समारोह-2020’’
ऐष्वर्या काॅलेज आॅफ ऐजुकेषन संस्थान में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसा पर हर वर्ष की भांति बालिका सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ. ममता धूपिया पूर्व फाॅउडर मेम्बर उदयपुर वूमन चेम्बर आॅफ काॅमर्स व इन्ड्रस्टी तथा डायरेक्टर आॅफ हेरिटेेज इन्टरनेशनल सैकण्डरी स्कुल विशिष्ट अतिथि श्रीमति चीकु लिखहरी थी। इस अवसर पर उदयपुर संभाग के सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयो की 180 बालिकाओं को उनकी विभिन्न शैक्षणिक व सह शैक्षिणिक गतिविधियो मे उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है। डाॅ ममता धूपिया ने बताया की राष्ट्रीय बालिका सम्मान द्वारा बालिकाओं को आगे बढाने तथा विभिन्न क्षेत्रो में सम्मान देने के लिए ऐश्व
ऐश्वर्या काॅलेज में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विधिक सजगता शिविर
ऐश्वर्या काॅलेज आॅफ ऐजुकेशन संस्थान में राष्टीªय बालिका दिवस के अवसर पर राष्टीªय महिला आयोग, नई दिल्ली के सौजन्य सें विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उदघाटन संस्थान की निदेशिका महोदया डाॅ. सीमा सिंह ने किया। समूह निदेशक डाॅ. ए.एन माथुर ने ऐश्वर्या काॅलेज के द्वारा आयोजित इस शिविर के आयोजन के प्रयोजन के सन्दर्भ मे जानकारी दी। शिविर में वक्ता- श्रीमती प्रेम डान्डे सी. ओ. गिर्वा, श्रीमती सुषमा कुमावत, सदस्या, राजस्थान महिला आयोग, प्रो. डाॅ. आनन्द पालीवाल अधिष्ठता लाॅ काॅलेज मोेहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय एंव श्री विकास साहु अधिवक्ता थे। डायरेक्टर डाॅ. रक्षा शर्मा ने बताया के की वक्ताओं ने अपने उद््बोधन में कहा बताया- प्रेम डान्डे सी.ओ. गिर्वा ने आईपीएस की विभिन्न धाराआंे की जानकारी दी। घरेलु हिंसा, अपहरण, ऐसिड अटैक, उत्पीडन से महिलाआंे की सुरक्षा हेतु कानुनी सहायता की जानकारी दी। पुलिस के धनान्मक पहलुओं पर जोर देकर श्रीमती डान्डे ने महिलाआंे को हर परिस्थिति मे मजबूत रह कर आत्मरक्षा के लिए पे्ररित किया ।
श्रीमती सुषमा कुमावत, सदस्या, राजस्थान महिला आयोग ने पारिवारिक आपसी समन्वय एंव सामंजस्य पर अपने विचार व्यक्त करते हुए महिलाओं को हर परिस्थिति मे अपने मनोबल को बनाये रखते हुए आशावान रहने के लिए प्रेरित किया। परिवार, समाज,देश, को जोड के रखने मंे नारी की महत्वपूर्ण भुमिका है, उन्होने बालक-बालिकाओं दोनो को संस्कारित करने पर बल दिया।
प्रो. डाॅ. आनन्द पालीवाल अधिष्ठाता लाॅ काॅलेज मोेहन लाल सुखाडियां विश्वविद्यालय ने संविधान में महिला एंव पुरूष की समानता पर विचार व्यक्त किए। महिला जागरूकता का अर्थ बताते हुए उन्होने समाज मे महिलाओं कीे स्थिति को सर्वोपरि रखने की बात कही। संविधान मंे महिलाओ के समान, संशोधित अधिकारो एंवम भुमिका की चर्चा की ।
श्री विकास साहु अधिवक्ता ने सत्र को सम्बोधित करते हुए केन्द्र सरकार की महिला नीतियो अधिकारो तथा संशोधित अनुच्छेद के जानकारी देते हुये नौकरीयो मे आरक्षण स्वास्थ्य लाभ की सुविधाओ पर प्रकाश डाला।
डाॅ रीना शर्मा तथा डाॅ राशि माथुर ने अपने विचार व्यक्त किये एंवम धन्यवाद ज्ञापन किया ।