उदयपà¥à¤° 24 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ शनिवार की शाम ‘à¤à¤• शाम काका के नाम’ आजाद अनà¥à¤°à¤‚जनी शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला का पà¥à¤°à¤¥à¤® कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में हिनà¥à¤¦à¥€ फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ सà¥à¤ªà¤° सà¥à¤Ÿà¤¾à¤° रहे ‘राजेश खनà¥à¤¨à¤¾â€™ पर फिलà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‡ गीतों से à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¾ कॉलेज पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण गूà¤à¤œ उठा। इस शाम के गवाह रहे मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि रोटरी कà¥à¤²à¤¬ उदयपà¥à¤° के रोटे. रमेश गरà¥à¤—। रोटरी अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ के तहत इंटरनेशनल फैलोशिप ऑफ रोटेरियन मà¥à¤¯à¥‚जिशियन (आई.à¤à¤«.आर.à¤à¤®.) डिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤•à¥à¤Ÿ 3050 व हॉरमनी मà¥à¤¯à¥‚जिक कà¥à¤²à¤¬ के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में इस संगीतमय संधà¥à¤¯à¤¾ में शहर की जानी-मानी हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने ‘राजेश खनà¥à¤¨à¤¾â€™ पर फिलà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‡ गीतों की अपनी आवाज़ देकर ‘काका’ को बेहतरीन सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤‚जलि पेश की और संगीतमय लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को यादगार बना दिया। à¤à¤• शाम काका के नाम की शà¥à¤°à¥‚आत इंटरनेशनल फैलोशिप ऑफ रोटेरियन मà¥à¤¯à¥à¤œà¤¿à¤¶à¤¿à¤¯à¤¨ (आई.à¤à¤«.आर.à¤à¤®) डिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿ 3050 की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रोटे. डॉ. सीमा सिंह सà¥à¤µà¤¾à¤—त उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ देते हà¥à¤ आई.à¤à¤®.आर.à¤à¤®. के बारे में जानकारी दी और बताया कि ‘à¤à¤• शाम काका के नाम’ का आयोजन काका को संगीतमय सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤‚जलि है। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि रोटे. रमेश गरà¥à¤— ने कहा कि संगीत हमेशा से ही हमें नहीं सà¥à¤«à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ व नयी ऊरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है और गीत जब ‘राजेश खनà¥à¤¨à¤¾â€™ पर फिलà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‡ गये हो तो हर शखà¥à¤¸ गà¥à¤¨à¤—à¥à¤¨à¤¾ उठता है। इस अवसर पर डिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿ 3050 की सहायक पà¥à¤°à¤¾à¤‚तपाल रोटे. सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¾ गरà¥à¤— ने आई.à¤à¤«.आर.à¤à¤®. के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को संगीत पिन पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। हॉरमनी मà¥à¤¯à¥‚जिक कà¥à¤²à¤¬ की समनà¥à¤µà¤¯à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शालिनी à¤à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤—र ने बताया कि à¤à¤• शाम काका के नाम मेें रोटे. डॉ. सà¥à¤µà¥€à¤Ÿà¥€ छाबड़ा ने अपनी सà¥à¤°à¥€à¤²à¥€ आवाज़ में ज़िंदगी के सफर में गà¥à¤œà¤° जाते हैं वो मà¥à¤•ाम... फिर नहीं आते..... सà¥à¤¨à¤¾à¤•र खूब तालियां बंटौरी। रोटे. डॉ. सीमा सिंह ने दिवाना लेके आया है.... और शालिनी राघव à¤à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤—र ने करवटे बदलते रहे सारी सात हम...... पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ देकर वातावरण को मदहोश बना दिया। इसके अलावा शà¥à¤°à¥€ अरूण लाहोटी ने कहीं दूर जब दिन ढल जाये... शà¥à¤°à¥€ रमेश मोदी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गाये गीत-हमें तà¥à¤®à¤¸à¥‡ पà¥à¤¯à¤¾à¤° कितना... पà¥à¤¨à¥€à¤¤ सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने मेरे दिल मे आज कà¥à¤¯à¤¾ हैं... ने खूब वाहवाही लूटी। रोटे. सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¾ गरà¥à¤— ने मैंने तेरे लिये सात रंग..... और रोटे. शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ गटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥€ ने जय-जय शिवशंकर सà¥à¤¨à¤¾à¤•र उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जनों को à¤à¥à¤®à¤¨à¥‡ पर मजबूर कर दिया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€ रोहन à¤à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤—र ने औ मेरे दिल के चैन.... उसà¥à¤¤à¤¾à¤¦ फैयाज खान ने-ये लाल रंग कब मà¥à¤à¥‡...., मंगेशà¥à¤µà¤° वैषà¥à¤£à¤µ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गाये गीत-दिये जलते हैं... और मासà¥à¤Ÿà¤° यश और-यà¥à¤— à¤à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤—र दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ गीत-मेरे सपनोें की रानी कब आयेगी..... तू सूनाकर मदमसà¥à¤¤ कर दिया...। राजेश खनà¥à¤¨à¤¾ की जीवन यातà¥à¤°à¤¾ पर आधारित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन रोटे. रमेश मोदी व रोटे. डॉ. सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ सिंह ने किया। आखिर में फैयाज खान और मंगेशà¥à¤µà¤° वैषà¥à¤£à¤µ ने आà¤à¤¾à¤° जताया।