शहीद दिवस
ऐश्वर्या कॉलेज में बुधवार को शहीद दिवस के अवसर पर देशभक्ति थीम पर कविता पाठ का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने देशप्रेम से ओतप्रोत वीर रस की कविताएं प्रस्तुत की। छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए तथा माँ भारती की रक्षार्थ शहीद हुए वीर जवानों को श्रधाजंलि दी। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रही मानसी शर्माए द्वितीय स्थान पर गर्विता माली तथा तृतीय स्थान पर ईशा कुंवर चौहान रही। चौहान ने अपनी कविता के माध्यम से बताया की भारत के महान क्रांतिकारी भगतसिंहए सुखदेव और राजगुरु ने 1931 में 23 मार्च के दिन फांसी का फंदा चूमकर अपने प्राण देश के लिए न्योछावर कर दिए थे। देश के बहादुर क्रांतिकारी और महान सपूतों के दिए गए बलिदान की याद में हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। 23 मार्च 1931 को भगत सिंहए सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस दिन को ही शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है और भगत सिंहए सुखदेव और राजगुरु को याद किया जाता है। अंग्रेजों के बढ़ते हुए अत्याचार से सबसे पहले भगत सिंह ने लौहार में सांडर्स की गोली मार कर हत्या कर दी। उसके बाद ष्पब्लिक सेफ्टी और ट्रेड डिस्ट्रीब्यूट बिलष् के विरोध में भगत सिंह ने सेंट्रल असेम्बली में बम फेंका था। हालांकिए उनका मकसद सिर्फ अंग्रेजों तक अपनी आवाज पहुंचाना था। इस घटना के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।