विश्व पर्यटन दिवस पर ऐश्वर्या काॅलेज के विद्यार्थियों ने किया आहड़ सभ्यता का अवलोकन
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। इसकी शुरूआत सन् 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा हुई। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में पर्यटन को बढ़ावा देना तथा यह जागरूकता फैलाना कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रूप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में सहायता कर सकता है। इन्हीं मूल्यों को दृष्टिगत रखतेे हुए, ऐश्वर्या काॅलेज आॅफ एज्यूकेशन संस्थान, उदयुपर के छात्र-छात्राओं को आहड़ सभ्यता के अवलोकन हेतु राजकीय आहड़ संग्रहालय, उदयपुर का भ्रमण करवाया गया।
पुरातात्विक स्थल आहड़ के भ्रमण के लिए संस्थान के 30 से अधिक छात्र-छात्राओं का एक दल सैल सचिव, मनीष कुमार के नेतृत्व में, राजकीय आहड़ संग्रहालय पहॅुचा। यहाॅं विद्यार्थियो ने 4000 हज़ार वर्ष पूर्व की प्राचीन आहड़कालीन सभ्यता के अवशेषों को निकट से देखा। विद्यार्थियों ने संग्रहालय में प्रदर्शनी दीर्घा, चित्र दीर्घा, पुरातत्व दीर्घा, मूर्तिकला दीर्घा, अस्त्र-शस्त्र दीर्घा के अन्तर्गत भगवान विष्णु का कच्छप अवतार, मत्स्य अवतार, सूर्य प्रतिमा, विष्णु प्रतिमा, सूर-सुन्दरी, गीत-गोविन्द, राग सांरग, रागमाला, रागदरबारी, आधारित प्राचीन चित्रकला, कटार, ढाल, लोहे तथा हाथी दाॅत से बना अंकुश, बरछी, चुग्गा, जिरह बख्तर आदि का गहनता से निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने आहड़कालीन बर्तन, चि़त्र तथा अन्य वस्तुओं से सम्बन्धित प्रश्न भी पूछे, जिनका समाधान संग्रहालय के कर्मचारियों ने किया। आहड़ संग्रहालय के निरीक्षण के बाद सभी विद्यार्थी काफी अभिभूत हुए।
इस प्रकार छात्र-छात्राओं को वर्तमान समय की सभ्यता तथा प्राचीनकालीन सभ्यता का तुलनात्मक अध्ययन करने का अवसर मिला। इस दौरान विद्यार्थियों के साथ प्रभारी डाॅ. कविता, डाॅ कंचन परिहार के साथ पवन कुमार वैष्णव तथा ईश्वर लाल सालवी उपस्थित रहे।