Aishwarya College of Education Sansthan, Udaipur | Best College of Udaipur
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ऐश्वर्या काॅलेज आॅफ एज्यूकेशन संस्थान,उदयपुर

15 दिवसीय फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का सफलतापूर्ण हुआ समापन

आज का समय प्रतिस्पद्र्धा का है। हर स्थान पर आज कार्य-कुशल व्यक्तियों की ज़रूरत है। इसमें शिक्षक की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है, अतः आज के शिक्षक का अपने कार्य में द़क्ष होना बहुत ज़रूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऐश्वर्या काॅलेज आॅफ एज्यूकेशन संस्थान, उदयपुर में 19 अगस्त से 02 सितम्बर तक 15 दिवसीय ‘‘ फेकल्टी डेवलपमेन्ट प्रोग्राम’’ का आयोजन किया गया, जिसका समापन आज सफलतापूर्ण तरीके से हुआ। रिसर्च सैल  की अध्यक्ष डा.ॅ शीला भट्ट ने बताया कि इस 15 दिवसीय कार्यशाला में अपने क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों को आमन्त्रित किया गया, जिन्होंने महाविद्यालय की टीचिंग फैकल्टी का मार्गदर्शन करते हुए 15 दिवसीय कार्याशाला में संस्थान के शोधार्थी व्याख्याताओं को शोधपत्र संबंधी कई तथ्यात्मक जानकारी प्रदान की। इस दौरान शोधार्थी अध्यापकों के द्वारा शोध पत्रों का निर्माण विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में किया गया। 

  कार्यशाला का समापन समारोह मुख्य मार्ग दर्शक प्रो. एम. के. जैन, कम्प्यूटर विज्ञान विभाग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर की उपस्थिति में हुआ। समापन समारोह का संचालन प्राचार्या डाॅ. रीना शर्मा ने करते हुए, आमन्त्रित अतिथि मार्गदर्शक प्रो. एम. के. जैन का परिचय दिया। डाॅ. शीला भट्ट ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. एम. के. जैन को डाॅ. कुसुम लता शर्मा ने प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।

 कार्यक्रम में सर्वप्रथम शोधार्थियों के द्वारा अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए गये। प्राचार्या डाॅ रीना शर्मा ने ‘ए स्टडी  आॅफ इम्पोर्टंेन्स आॅफ लर्निंग इंग्लिश इन डे-टू-डे’ पर, डाॅ. शीला भट्ट ने ‘ऐप्लिकेशन आॅॅफ फाइनास्टेट मशीन एन्ड ए न्यूली डवलप रेक्रेंस मैट्रीक्स फाॅर डैटा सिक्यूरीटी पर, डाॅ कुसुमलता शर्मा ने ‘एनर्जी स्टोरेज एण्ड एनर्जी मैनेजमेन्ट स्टेªटेज़िक फाॅर इलेक्ट्रिक व्हीकल’ पर, डाॅ रेखा दरबार ने ‘ए स्टडी आॅफ  फैक्टर इफैक्टीं्रग आॅन आॅनलाईन कस्टमर सेटीशफिकेशन’ ने पर, श्री राजेन्द्र कुमार वैरागी ने ‘एनालाईजिं़ग एन्ड इनहेन्सिंग सिक्यूरटी आॅफ क्लाउड कंम्प्यूटर पर’, प्रियंका सिसोदिया ने ‘डिजी़टल इंडिया’ पर, डाॅ. कंचन परिहार ने ‘इंपेक्ट आॅफ ई-लर्निंग आॅन क्वाॅलिटी आॅफ एज्यूकेशन एन्ड टेक्नाॅलाॅजी एडवान्समेन्ट’, डाॅ. पीयू जैन ने ‘बायोफ्यूल:स्टेप्स टोवार्डस् एन्वायरमेन्ट कन्ज़रवेशन’, दीपिका सोमानी ने ‘ईम्पलिकेशन आॅफ नैनो पार्टीकल्स् इन एग्रीकल्चर’ पर, दामिनी श्रीमाली ने ‘इम्पेक्ट आॅफ वर्क लाईफ बैलेन्स आॅफ फीमेल एम्प्लाॅइज़ इन प्राईवेट एण्ड पब्लिक एज्यूकेशन सेक्टर’, नर्गीस बानो ने ‘आर्टिफिशियल इन्टलिजेन्सी इन हेल्थकेयर’ डाॅ. कविता ने ‘डेस्टेªक्टिीव इफे़क्ट आॅफ एन आॅरगेनो फोस्फोरस पेस्टीसाईज़ इन मेल रिप्रोडक्टटीव आॅर्गन आॅफ आईसिनिया फाॅयटिडा’ पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।

इस दौरान प्रो.एम.के. जैन ने कम्प्यूटर विभाग के शोधार्थी श्री राजेन्द्र कुमार वैरागी को अपने उत्कृष्ट शोध कार्य के सम्मानित किया। इसके साथ प्रो. एम.के. जैन, प्राचार्या रीना शर्मा व डाॅ राशि माथुर ने सभी शोधार्थियों को 15 दिवसीय ‘‘फेकल्टी डेवलपमेन्ट प्रोग्राम’’ में हिस्सा लेने के लिए प्रमाण प्रदान कर सम्मानित किया, जिसमें प्रियंका सिसोदिया, कोमल प्रजापत, डाॅ. रेखा दरबार, डाॅ. कंचन परिहार, डाॅ. रीना शर्मा, समीक्षा शर्मा, डाॅ. अंकिता, नर्गीस बानो, डाॅ. अंकिता, दामिनी श्रीमाली, कविता कुमावत, ईश्वर लाल सोलंकी, राजेन्द्र कुमार वैरागी तथा कुसुम शर्मा प्रमुख थे।  

प्रो. एम.के. जैन ने कार्यशाला के समापन समारोह में कहा कि शोध का क्षेत्र बहुत बड़ा है। इसमें हर व्यक्ति को हिस्सा लेना चाहिए। संस्थान के शोधार्थियों ने इस बार जिस उत्साह से भाग लिया, अगली बार और उत्साह से हिस्सा ले कर अपने व्यक्तित्व का विकास करें। इस दौरान उन्होंने अपने कम्प्यूटर विज्ञान विभाग के शोधार्थियों के 15 दिवसीय शोधकार्यों पर विचार रखे। डाॅ. कविता तथा दीपिका सोमानी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। समापन समारोह में संस्थान के सभी शोधार्थी व स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। अंत में धन्यवाद प्राचार्य डाॅ.रीना शर्मा द्वारा दिया गया।